Menu
blogid : 532 postid : 11

माल्या की फिरकी पस्त, मुकेश के बल्लेबाज अभी भी जबरदस्त

IPL Cricket
IPL Cricket
  • 44 Posts
  • 29 Comments


सौरव तिवारी के आकर्षक नाबाद 52 रन और कीरोन पालोर्ड के आलराउंड प्रदर्शन से मुंबई इंडियंस ने आईपीएल थ्री के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में बेंगलूर रायल चैलेंजर्सपर 35 रन से जीत दर्ज करते हुए पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग के फाइनल में जगह बनायी.

लीग चरण में सर्वाधिक अंक लेकर सेमीफाइनल में पहुंची मुंबई की टीम बल्लेबाजी के दौरान पहले दस ओवर में गहरे संकट में थी लेकिन जब से तिवारी और पोलार्ड ने पासा उसकी तरफ पलटा तो फिर मैच में सिर्फ उसी का दबदबा रहा दोनों ने मिलकर आखिरी 5 ओवर में 77 रन जोड़े और एक समय साधारण से लग रहे स्कोर को 184 के चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया.

चैलेंजर्स की शुरुआत ही रही खराब

ipl emi finalरायल चैलेंजर्स को अपेक्षित शुरुआत नहीं मिली. जाक कैलिस(11) के पास बड़ी पारी खेलकर तेंदुलकर से ओरेंज कैप हासिल करने का मौका भी था लेकिन वह दूसरे ओवर में जीवनदान मिलने के बावजूद तीसरे ओवर में लेसिथ मालिंगा की आउटस्विंगर पर रायूडु को कैच दे बैठे. हालांकि इसके बाद द्रविड़ ने पीटरसन के साथ पारी को आगे बढ़ाया लेकिन हरभजन की टर्न करती एक गेंद पर पीटरसन स्टंप आउट होकर चलते बने. मुंबई की तरफ से बल्लेबाजी में शानदार योगदान करने वाले पोलार्ड ने गेंदबाजी में भी अपना योगदान जारी रखते हुए उथप्पा को बाउंड्री पर कैच कराकर बेंगलूर को एक और झटका दे दिया. द्रविड़ थोड़े बदकिस्मत रहे और उथप्पा के आउट होने के बाद ही अगली गेंद पर रन आउट हो गए. पोलार्ड का जलवा इसके बाद भी जारी रहा और उन्होंने विराट कोहली व मनीष पांडेय को भी सस्ते में आउट कराकर पहले सत्र में उप विजेता रही बेंगलूर की टीम को हिला कर रख दिया. भज्जी ने प्रवीण कुमार को बोल्ड करके बेंगलूर की फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को धूमिल कर दिया. रॉस टेलर एक छोर पर टिके रहे लेकिन वह भी अपनी टीम की हार को नहीं टाल सके.

sachin earlyइससे पहले टास जीतकर बल्लेबाजी के लिये उतरी मुंबई की शुरुआत खराब रही और तेंदुलकर के शुरू में ही आउट होने से टीम पर दबाव बन गया. तेंदुलकर ने दूसरे ओवर में डेल स्टेन पर दनादन दो चौके जड़े लेकिन अगली गेंद आउटस्विंगर थी जिस पर उन्होंने टेलर को कैच दे दिया. वह केवल नौ रन बना पाए और इस साल पहली बार दहाई अंक में पहुंचने में असफल रहे.

शिखर धवन(12) भी अभिषेक नायर के गलत बुलावे पर रन आउट हो गये. नायर (22) स्वयं देर तक नहीं टिक पाये और पीटरसन की गेंद पर स्वीप करने के प्रयास में शार्ट फाइन लेग पर कैच दे बैठे. अगले ओवर में अनिल कुंबले ने नए बल्लेबाज जेपी डुमिनी(3)  को भी डगआउट में भेज दिया.

रायूडु और तिवारी ने यहीं से बखूबी जिम्मा संभाला. धवन के आउट होने के बाद क्रीज पर उतरे रायुडु ने आर. विनयकुमार की गेंद पर चौका लगाकर खाता खोला और फिर प्रवीण कुमार की गेंद पर लगातार दो चौके जड़े. जब तिवारी क्रीज पर उतरे तो उन्होंने कैलिस को निशाना बनाया.

तिवारी ने 14वें ओवर में इस दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज पर स्क्वायर लेग क्षेत्र में पारी का पहला छक्का जमाया और जब वह अगला ओवर करने के लिये आये तो उसमें एक छक्के और दो चौकों की मदद से 17 रन बटोरे. उन्होंने कुंबले की लगातार गेंद भी चार और छह रन के लिये भेजी.

कुंबले के इसी ओवर में रायूडु ने हवा में लहराता हुआ कैच दे दिया था लेकिन बिली डाक्ट्रोव ने ओवरस्टेपिंग के लिये इसे नो बाल दे दिया.  रायूडु हालांकि स्टेन के अगले ओवर में मिडआफ पर कैलिस को कैच देकर डगआउट में पहुंच गये. उन्होंने अपनी पारी में चार चौके लगाए.

Man of the Match
Man of the Match
जब तिवारी क्रीज पर आये तो रायूडु ने उनकी बल्लेबाजी का लुत्फ उठाया और जब पोलार्ड उतरे तो तिवारी ने हमला करने का जिम्मा इस कैरेबियाई बल्लेबाज को सौंपा जिन्होंने विनयकुमार पर दो छक्के जड़ने के बाद स्टेन के आखिरी ओवर में भी गेंद छह रन के लिये भेजी.

अगर हम मुंबई के अब तक के सफर का आकलन करें तो यह पता चलता है कि मुंबई इंडियन घरेलू और अंतराष्ट्रीय खिलाडियों का वो समूह है जो समय अनुसार अपने खेल को बदल सकती है, जिसका नेतृतव सचिन ने बखूबी किया है. वो आईपीएल थ्री में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं. आईपीएल शुरू होने से पहले कोई नहीं जानता था कि सौरभ तिवारी और अम्बती रायूडु मुंबई इंडियन की सफलता में अहम भूमिका निभाएंगे, दोनों ने अहम मौकों पर शानदार प्रदर्शन किया है. आईपीएल थ्री के सबसे महंगे खिलाड़ी कीरोन पालोर्ड का फॉर्म में आना मुंबई के लिए सबसे अच्छी बात है, और इसका उदाहरण कल के मैच में देखने को मिला .

सचिन तेंदुलकर की अगुवाई वाली टीम अब 25 अप्रैल को होने वाले फाइनल में डेक्कन चार्जर्स और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच गुरुवार को होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से भिड़ेगी.

क्यों हारे चैलेंजर्स

शुरुआती 15 ओवर में अगर हम नज़र डालें तो मुंबई का स्कोर 4 विकेट पर 107 रन था उसके बाद उन्होंने आखिरी 5 ओवर में 77 जोड़े, यहीं पर बेंगलूर की मैच से पकड़ कम हो गई.  कुंबले ने अहम मौकों पर नो बाल डाली जो अगर नहीं होती तो मुंबई का एक और विकेट गिर जाता और वो इतने विशाल स्कोर तक नहीं पहुंच पाते.

98590690 184 की विशाल चुनौती का सामना करने उतरी बेंगलूर की टीम को एक ठोस शुरुवात की ज़रूरत थी और इसके लिए जाक कैलिस का एक बार लंबी पारी खेलना ज़रुरी था, परन्तु वो अहम मौके में नाकामयाब रहे, रोबिन उत्थापा ने एक बार फिर गलत शॉट खेली और आउट हो गए, कोहली और पाण्डेय रॉस टेलर का साथ नहीं दे पाए और अंत में वो अकेले हो गए.

बेंगलूर ने रणनीति तो बनाई पर वो उस पर पूरी तरह से अमल नहीं कर पाए, उन्होंने आखिरी के ओवरों में खराब बॉलिंग की, यॉर्कर की जगह गुड लेंथ बॉल फेंकी, मनीष पाण्डेय की जगह द्रविड़ से ओपनिंग करवाई और उनका कोई भी खिलाड़ी लंबी इनिंग्स नहीं खेल पाया. उनकी सबसे बड़ी गलती रही कि उन्होंने अपनी पिछली गलतियों से सबक नहीं लिया और एक बार फिर नाज़ुक मौकों पर वो संयम नहीं रख सके.

आज दूसरे सेमीफाइनल मैच में चेन्नई सुपर किंग्स का मुकाबला पूर्व विजेता डक्कन चार्जर्स  से होगा जिसमे चेन्नई को डक्कन चार्जर्स को डिस्चार्ज करने के लिए पूरा दम लगाना होगा तो वहीं चार्जर्स अपना खिताब बचाने के लिए एक कदम और बढ़ाना चाहेगा.

दोनों टीमों में दो मैच हुए हैं और दोनों में ही चेन्नई को हार का सामना करना पड़ा है. ऐसे में चेन्नई को चार्जर्स के खिलाफ शानदार खेल दिखाना होगा. फाइनल की राह दोनों ही टीमों के लिए आसान नहीं होगी. महेंद्र सिंह धोनी की टीम को अपने बल्लेबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है जिन्होंने आखिरी कुछ मैचों में लय में लौटने के संकेत दिए हैं. चार्जर्स के पास हालांकि प्रज्ञान ओझा जैसा गेंदबाज है जो 20 विकेट लेकर पर्पल कैप की दौड़ में सबसे आगे है.

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh